बुलाने के लिए और पहचान करने के लिए नाम चाहिए लेकिन उसके अंदर कुछ खास बातें है।
Everyone’s main and main identity name, it needs to be recognized.
सभी के लिए प्रमुख और प्रधान पहचान नाम है। जब मनुष्य भाषा सीखने के बाद। अपनी रोज की जीवन तरीके में नाम को बुलाना और पहचानना एक आदत बन चुकी है। और नाम अपने व्यापार दृष्टि से भी बहुत सौभाग्यशाली है। और शास्त्र के अनुसार नाम सभी व्यवहार के लिए बहुत जरूरी है। शुभ संकेत और भाग्य का द्वार खोलने का राज छुपा हुआ है।
बुलाने और पहचान करने के लिए नाम चाहिए ना कि नाम के लिए कुछ भी करना गलत हो सकता है।
अपने नाम को एक पहचान देने के लिए कुछ ऐसा अच्छे काम करो, जो लोगों को पहचानने में मजबूर हो जाए। वैसे बुरा काम करने से भी नाम का पहचान होता है। लेकिन वैसे नाम की पहचान से लोग नफरत करेंगे। नाम की पहचान को कमाना चाहिए लेकिन हमारी काम न्याय रूप से लोगों की मदद हो और अच्छे काम के लिए हो। ऐसा काम करो जब आप इस दुनिया को अलविदा करने के बाद भी, लोग आपके नाम को जपते रहें। उत्तम काम करने से आपके नाम अपने आप प्रसिद्ध हो जाएगा ना कि उसके लिए आपको कुछ करने की जरूरत है।
शेक्सपियर एक बात बोले हैं। “नाम में क्या रखा है ?”
मानवता में जीना ही उत्तम जिंदगी है। दुनिया चाहे कितना भी बदल जाए, लेकिन नाम के महत्व के बारे में लोगों को अच्छी पहचान और भावना है। मन के अंदर एक संप्रदायिकता छुपी हुई है, जो आज भी लोग अपने बच्चों के नाम “रावण” “सूर्पनखा” नाम से नामकरण नहीं करते। सांप्रदायिक परिवार में, खास तौर पर दादा-दादी बच्चों का नामकरण करना प्रतीत है। लेकिन आज के दौर में कम होता जा रहा है। और एक खास बात है कि कुछ लोग अपने नाम के साथ अपने गांव या शहर के नाम जोड़ देते हैं। इससे भी उनका नाम की अच्छी पहचान हो जाती है।और उनकी गांव की नाम भी प्रसिद्ध हो जाती है। कभी-कभी! अपने नाम के साथ अपने गांव के नाम जोड़ने से शुभ होता है और ऐसे व्यक्ति को जीवन में बहुत कुछ हासिल करने में मदद हो जाती है।
हिंदू संप्रदाय में नाम को अलग-अलग गोत्र के अनुसार नामकरण किया जाता है।
ब्राह्मण नामकरण मंगल सूचक। क्षत्रिय का बल सूचक। वैस्या का ऐश्वर्या सूचक होना चाहिए, ऐसे ज्योतिषियों का कहना है।
कुछ लोग अपने बच्चों का नाम कोई भी एक शब्द उठाकर!, या जोड़ कर रख देते हैं इससे उस नाम का कोई अर्थ नहीं होता। कुछ लोग ऐसे नाम का शब्द जोड़ देते हैं। उसका अर्थ बहुत अर्थ पूर्ण होता है। खासतौर से सभी लोग लड़कियों के नाम नदी से जुड़ा हुआ शब्द का उपयोग करते हैं, या सीधे कोई भी नदी का नाम रख देते हैं। इसका कारण यह है कि नदी अपने दोनों किनारों को हरी-भरी रखती है।

इसीलिए लड़की अपने जन्म घर और अपने पति के घर दोनों को हरा-भरा समृद्धि से भर देती है। इसीलिए! नदियों का नाम। रखा जाता है। हम कभी कभी लड़कियों के कुछ नाम से आश्चर्य होते हैं जैसे कि “लता” नाम। यह नाम काफी लोग रखते हैं और हमें लगता है कि यह दो शब्द मजाक बन जाती है। लेकिन जब इसके अर्थ को जानेंगे तो आपको गर्व महसूस होगा। एक फूल जब भगवान के चरण में जाते हैं और वहां पवित्र, सुंदर और कोमल भरी फुल को किलनेमें मदद करने वाला निस्वार्थ “लते” का काम को जानकर, लड़कियों के नाम “लता” रखा जाता है। और बुजुर्गों के संप्रदाय में आरोग्य पूर्णा मोल्या रहता है।
राजस्थान के पंडित वर्ग के लोगों का नामकरण देखकर हम चौक जाते हैं।
उनके बच्चों का नामकरण पांच अलग-अलग नाम से रखा जाता है। एक नाम बच्चों के रक्षा के लिए। दूसरा उसका जन्म नक्षत्र से। तीसरा जन्म के महीना से, चौता उनका पूर्वजों के नाम के अनुसार, पांचवा रोज बोलनेवाला नाम से। पांच नामकरण करना उनका संप्रदाय हुआ है। इसमें से कोई एक नाम केवल व्यवहार और पहचान के लिए उपयोग में लाते हैं।